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29 अप्रैल 2011

जवानी का इंजेक्शन

नाबालिंग लड़कियों को दिया जा रहा है जवानी का इंजेक्शन.......
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आठ साल की उम्र की लडकियों को जल्द जवान बनाने के लिए मोर का मांस और स्टेरोईड्स दिया जाता था.! जिससे लड़कियां जल्द जवान होकर जिस्मफरोशी के बाजार में ढकेला जा सके..! इनके सेवन से कम उम्र की लडकियों का शरीर बड़ा दिखने लगता हे, पुलिस जाँच में सामने आया की जिस्मफरोशी करने वाली ज्यादातर महिलाओ के बच्चे हे ही नहीं....! पुलिसे द्वारा गिनती करने पर इन डेरो में ८४२ लड़कियां पाई गयी....!

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पिछले दिनों एक पाक्षिक पत्रिका ''तथ्यभारती'' ने राजस्थान की लड़कियों की खरीद-फरोख्त के बारे में खुलासा किया था, इस क्रम में इस बार लड़कियों की नारकीय जिन्दगी और बांछडा समाज की साजिश का खुलासा कर रही हे, मंदसोर पुलिस मानव तस्करी के पर्दाफाश के बाद जिस्मफरोसी के अड्डो पर लगातार दबिश दे रही है, इसके परिणाम भी सार्थक आ रहे है, और नई जानकारीयां भी मिल रही है, जो दिल दहलाने वाली है, तस्करी के जरिए चितौडगढ़, निम्बाहेडा से पहुंचाई गई लडकियो के बारे में जानकारी मिली हे लेकिन राजस्थान पुलिस इन सबसे बेखर है...! मंदसौर जिले में जिस्मफरोशी के अड्डों पर खरीदकर लाई गई मासूम बच्चियो की बरामदगी के बाद पुलिस जाँच में कई सनसनीखेज खुलासे सामने आए है, इन लडकियो को समय से पूर्व जवान बनाने के लिए क्रत्रिम तरीके अपनाए जाते है...!

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पुलिस की दबिश में सनसनीखेज खुलासा----

मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ पुलिस द्वारा बांछडा समाज के जिस्मफरोशी के डेरो में की गई कार्यवाही के बाद अब तक १८ मासूम लड़कियां बरामद की जा चुकी हे, जिनमे से पांच लड़कियां तो दुधमुहीं है, इन सभी लड़कियों की उम्र ९ माह से ९ साल तक है, खुलासे में पता चला हे की पहले 8 साल की उम्र की लडकियो को जल्द जवान बनाने के लिए मोर का मांस और स्टेरोइड्स दिया जाता था, जिससे लड़कियां जल्द जवान होकर जिस्मफरोशी के बाजार में ढ्केली जा सके..! इनके सेवन से कम उम्र की लड़कियों का शरीर बड़ा दिखने लगता है, पुलिस जाँच में पता चला हे की ऐसी कई दवाइयां है जिनके इंजेक्शन इस इलाके में धडल्ले से लगाये जा रहे है. इन लडकियो के खाने पीने की चीजो में नशे की गोलियां मिलाकर दी जाती है और बेहोस हो जाने के बाद उन्हें अगवा कर जिस्मफरोशी के डेरो पर बेच दिया जाता है...

इस मामले में पुलिस ने 24 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है डेरो पर अब भी कई मासूम लडकिया है जिनके बारे में जाँच चाल रही है की ये लडकिया इन्ही डेरो वालों की हे या खरीदी गई..! इसके लिए पुलिस डीएनए जाँच करने की तैयारी कर रही है...!
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चलता हे रेकेट--

गौरतलब है की इन डेरो पर जिन लडकियो को चुराकर बेचा गया उनमे तीन कड़ियों वाला एक रैकेट कम करता है
पहला गिरोह लडकियो पर नजर रखकर उन्हें नशा देकर चुराता है
दूसरी कड़ी में बिचोलिये इन्हें बाछड़ा जाती के उन लोगो से मिलकर सोदा करते है जो इन्हें क्रीडते है
और
तीसरी कड़ी में खुद बाछड़ा जाती के वो लोग होते है
जो इन्हें खरीदकर परवरिश करते है और बड़ी होने पर उन्हें जिस्मफरोशी के धंधे में उतर देते है

बाछड़ा जाती की औरते पहले ग्राहकों से पैदा हुई लडकियो को पाल पोस कर उनसे धंदा करती थी मगर बच्छे होने के बाद जिस्मफरोशी के बाजार में उनकी कीमत कम हो जाती थी इस वजह से पिछले 10 वर्षो में तस्करी करके लाई गई बच्चियो को खरीदने का गोर्ख धंदा शुरू हो गया. आंकड़ो की माने तो इन डेरो पर 842 लडकिया है. पुलिस को शक है की ज्यादातर लडकियो को खरीदकर लाया गया है अब पुलिस इस मामले की पड़ताल में जुट गई है इसके लिए पुलिस डीएनए टेस्ट की मदद लेने का भी मन बना रही है...

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50 रुपये में मिलती है लडकिया---

जयपुर मुंबई हाइवे एव मंदसौर नीमच से लेकर चित्तोड़ तक सड़क के किनारे बाछड़ा समाज के डेरे है जहाँ हर रोज जिस्मफरोशी की मण्डी सजती है और जहाँ इन लडकियो की कीमत होती है महज 50 से लेकर 200 रूपये तक..!

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जिस जमीन पर जिस्मफरोशी के अड्डे बने हुए है ये सरकारी जमीन थी जो पुनर्वास के लिए बाछड़ा समाज को पिछले १८ सालो में दी गई थी..!
१९९३ से लेकर अब तक कई बार यहाँ की वैश्याओ को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आधा बीघा से लेकर ५ बीघा तक के पट्टे दिए गए.

मगर जब जब इनके पुनर्वास की योजनाये चलाई गई उसके बाद इनके धंधे का इजाफा हुआ है पुनर्वास के लिए दिए गयी जमीन पर पक्के माकन बनाकर उसे एक नया अड्डा बना दिया गया..! पिछले १८ सालो में रतलाम, नीमच, मंदसोर में सर्कार द्वारा पुनर्वास के लिए दी गई लगभग २०० एकड़ जमीन पर नए डेरो में अड्डे बना दिए गए...!
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आठ साल की उम्र की लडकियों को जल्द जवान बनाने के लिए मोर का मांस और स्टेरोईड्स दिया जाता था.! जिससे लड़कियां जल्द जवान होकर जिस्मफरोशी के बाजार में ढकेला जा सके..! इनके सेवन से कम उम्र की लडकियों का शरीर बड़ा दिखने लगता हे, पुलिस जाँच में सामने आया की जिस्मफरोशी करने वाली ज्यादातर महिलाओ के बच्चे हे ही नहीं....! पुलिसे द्वारा गिनती करने पर इन डेरो में ८४२ लड़कियां पाई गयी....!
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1 सवाल आप से---

दुशासन ने चीर हरण किया, द्रोपती का श्री कृष्ण बचाने आये.
आज नाबालिंग लडकियो का चीर हरण हो रहा है, कोई क्यू अपनी जान गवाये...??
20 से 50 में हो रहा है धंधा, आखिर क्यों नहीं इनके लिए फांसी का फंदा..???

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