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05 जुलाई 2011

जुर्म के दलदल में कूद गया बेवफाई से नाराज़ किन्नर

उसलापुर में किन्नर के मकान से आटो चालक की लाश मिलने की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। चालक का किन्नर के साथ अनैतिक संबंध था और चालक उससे छुटकारा पाना चाह रहा था। बेवफाई से नाराज किन्नर ने अपने भांजे के साथ मिलकर आटो चालक की हत्या कर दी। किन्नर अभी भी फरार है, उसके भांजे को गिरफ्तार कर लिया गया है।
शनिवार सुबह उसलापुर फाटक के पास शकीला की मकान से आटो चालक जार्ज एंथोनी (20 वर्ष) की लाश मिली थी। लाश दो दिन पुरानी थी। सिर पर धारदार हथियार के निशान थे। पुलिस ने हत्या का जुर्म दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। घर से फरार किन्नर पुलिस को शुरू से ही संदिग्ध लग रहा थी। पुलिस को जांच के दौरान पता चला किन्नर के घर जार्ज हमेशा आता जाता था।
गुरुवार को भी वह यहां आया था और उसका किन्नर से विवाद हुआ था। इस समय किन्नर का भांजा जयराम निर्मलकर भी मौजूद था। पुलिस ने जयराम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने सारे राज उगल दिए। जयराम खुद इस मामले का आरोपी निकला। वह जार्ज की हत्या करने में किन्नर को मदद की थी। पुलिस ने जयराम व शकीला के खिलाफ धारा 302 के तहत जुर्म दर्ज जयराम को गिरफ्तार कर लिया, वहीं फरार शकीला की तलाश जारी है।
खून से रंगे कपड़े व ईंट जब्त:
पुलिस ने जयराम की निशानदेही पर खून से शर्ट, पेंट व ईंट जब्त कर ली है। वारदात के बाद जयराम ने अपने कपड़े धो दिए थे, फिर भी उसमें खून के धब्बे थे। हत्या के लिए जिस खुखरी का उपयोग किया था, उसे शकीला अपने साथ ही ले गई है।
किन्नर के पीछे पुलिस :
शनिवार की रात पुलिस ने किन्नर शकीला की तलाश में लोरमी सहित कोरबा व चांटीडीह में दबिश दी। लोरमी में उसका घर है, लेकिन वह वारदात के बाद वहां नहीं पहुंची है। चांटीडीह में उसकी सहेलियां रहती हैं। पुलिस को उनसे पता चला कि गुरुवार की रात शकीला उनके पास आई थी। उसके कपड़ों पर खून के धब्बे थे। उसने बताया कि वह एक्सीडेंट में घायल हो गई। इसके बाद वह कहां गई, यह किसी को पता नहीं। पुलिस उसकी तलाश में कुछ और स्थानों पर दबिश देने की तैयारी में है।
बड़े भांजे ने की तस्दीक:
किन्नर शकीला का बड़ा भांजा दिलहरण निर्मलकर भी उसके घर में कभी-कभी सोता था। घटना की रात उसने अपने भाई जयराम को फोन किया तो उसने झगड़े की जानकारी देते हुए उसे वहां आने से मना कर दिया। दिलहरण ने यह जानकारी पुलिस को दी है।
बर्दाश्त नहीं कर सकी
आटो चालक जार्ज एंथोनी व शकीला के बीच पिछले दो साल से अनैतिक संबंध थे। शकीला ने ऑपरेशन के जरिए लिंग परिवर्तन कराया था। जार्ज पहले रोज शकीला के घर जाता था, लेकिन पिछले 10-12 दिनों से अचानक शकीला के घर जाना बंद कर दिया। वह शकीला से किसी तरह छुटकारा पाना चाहता था। इससे शकीला बेचैन हो गई। वह किसी भी कीमत पर जार्ज को नहीं खोना चाहती थी।
29 जून को शकीला उसकी तलाश में निकली। जार्ज उसे सत्यम टाकीज के पास मिल गया। यहां शकीला ने पहले तो उससे घर न आने का कारण पूछा। जार्ज ने बहाना बनाकर टाल दिया, लेकिन शकीला उसका इरादा जान चुकी थी। शकीला उस रात किसी तरह जार्ज को बहलाकर अपने घर ले गई। यहां शकीला का छोटा भांजा जयराम निर्मलकर (20 वर्ष) भी मौजूद था।
शकीला ने जयराम से शराब मंगाई और फिर तीनों ने शराब पी। इसी दौरान शकीला ने जार्ज से झगड़ा शुरू कर दिया। शकीना पहले ही जार्ज की बेवफाई से नाराज थी। शकीला ने जार्ज की हत्या करने की ठान ली। इसमें उसने अपने भांजे की मदद ली।
जार्ज पर नशा चढ़ते ही शकीला व जयराम ने उस पर हमला शुरू कर दिया। जयराम ने ईंट से वार किया तो शकीला उस पर खुखरी से हमला कर दिया। जार्ज लहुलुहान होकर गिर पड़ा। इसी बीच दोनों ने मिलकर उसका गला दबा दिया। उसकी मौत के बाद जयराम घर चला गया और शकीला घर का दरवाजा बंद कर कहीं चली गई।

जिन लड़कियों को आए थे देखने उन्हें बनाया बहन

रायपुर.गर्ल्स स्कूल और कालेज के आसपास मंडराने वाले युवक सोमवार को बुरे फंसे।सादे लिबास में मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ा और जमकर क्लास ली।आइंदा गर्ल्स स्कूल के करीब नजर नहीं आने का वादा करने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।
हालांकि पुलिस के जाल में फंसने के बाद युवकों ने कई तरह के बहाने बनाने की कोशिश की। महिला पुलिस के दस्ते के आगे उनकी कोई बहानेबाजी नहीं टिक सकी।शर्मिदगी से बचने के लिए उन्हें पुलिस कर्मियों के सामने तौबा करनी पड़ी। महिला पुलिस कर्मियों ने दो-तीन दिन पहले ही इस तरह के अभियान चलाने का संकेत दे दिया था।
इसके बावजूद मनचले किस्म के युवकों पर कोई असर नहीं हुआ और वे स्कूल लगने और छूटने के समय आस-पास मंडराने लगे। महिला पुलिस कर्मियों ने सादे लिबास में घेरेबंदी की।सबसे पहले अमला डिग्री गर्ल्स कालेज पहुंचा। उसके बाद दानी गल्र्स स्कूल के पिछले वाले रास्ते अमला तैनात हुआ।
पुलिस कर्मियों का नेतृत्व महिला सेल की प्रभारी एसआई प्रतिमा सिंह कर रही थीं। स्कूल आने-जाने वाले रास्ते पर उन्होंने कई युवकों को रोका और कारण पूछा।कई युवक वजह नहीं बता सके। हालांकि उन्होंने अजब-गजब तरह के बहाने बताए और अपनी ही बातों में फंस गए।
बहन को लेने दोस्त के साथ
डिग्री गर्ल्स कालेज के सामने पकड़े गए युवक बुरी तरह घबरा गए थे। घबराहट में एक युवक ने कह दिया कि मैं तो अपनी बहन को लेने आया हूं। महिला पुलिस कर्मियों ने जब नाम पूछा तो वे हड़बड़ा गए और नाम तक नहीं बता सके। उनकी गाड़ी की चाबी निकालकर जब्त कर ली गई।
महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें वहीं खड़े रहने को कहा। वे दूसरे युवकों से पूछताछ करने जुट गईं, इसका फायदा उठाकर युवकों ने दूसरी चाबी निकाली और वहां से फरार हो गए।
पहुंच की धौंस भी दिखाई
पकड़े जाने के बाद युवकों ने राजनीतिक पहुंच की धौंस दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने महिला पुलिस कर्मियों से यहां तक कह दिया कि वे उन्हें जानती नहीं है।उनका ऐसा करना भारी पड़ सकता है।परंतु महिला सेल वालों ने जब परिजनों को बुलाने का प्रयास किया तो वे सीधे रास्ते पर आ गए।
यहां भी हुई जांच
महिला पुलिस कर्मियों ने पेंशन बाड़ा स्कूल, डागा कालेज, दिशा कालेज, शैलेंद्र नगर स्थित गल्र्स स्कूल के सामने भी दबिश दी। मोतीबाग स्थित सालेम गल्र्स स्कूल के सामने सबसे ज्यादा युवक नजर आए। यहां एक घंटे तक पूछताछ चली।कार्रवाई के दौरान स्कूल-कालेज के बाहर इंतजार कर रहे कई रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई।
इसलिए फंसे युवक
महिला सेल की टीम सादे लिबास में थी। पूरी टीम की सदस्या अलग-अलग जगह फैली थीं। इस वजह से कॉलेजों के बाहर खड़े मनचले युवक पुलिस कर्मियों को पहचान नहीं सके और फंस गए। कालीबाड़ी स्कूल के आसपास के इलाके में मनचलों की हरकतों की शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी। कार्रवाई की शुरुआत भी यहीं से की गई।