रायपुर.गर्ल्स स्कूल और कालेज के आसपास मंडराने वाले युवक सोमवार को बुरे फंसे।सादे लिबास में मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें पकड़ा और जमकर क्लास ली।आइंदा गर्ल्स स्कूल के करीब नजर नहीं आने का वादा करने के बाद ही उन्हें छोड़ा गया।
हालांकि पुलिस के जाल में फंसने के बाद युवकों ने कई तरह के बहाने बनाने की कोशिश की। महिला पुलिस के दस्ते के आगे उनकी कोई बहानेबाजी नहीं टिक सकी।शर्मिदगी से बचने के लिए उन्हें पुलिस कर्मियों के सामने तौबा करनी पड़ी। महिला पुलिस कर्मियों ने दो-तीन दिन पहले ही इस तरह के अभियान चलाने का संकेत दे दिया था।
इसके बावजूद मनचले किस्म के युवकों पर कोई असर नहीं हुआ और वे स्कूल लगने और छूटने के समय आस-पास मंडराने लगे। महिला पुलिस कर्मियों ने सादे लिबास में घेरेबंदी की।सबसे पहले अमला डिग्री गर्ल्स कालेज पहुंचा। उसके बाद दानी गल्र्स स्कूल के पिछले वाले रास्ते अमला तैनात हुआ।
पुलिस कर्मियों का नेतृत्व महिला सेल की प्रभारी एसआई प्रतिमा सिंह कर रही थीं। स्कूल आने-जाने वाले रास्ते पर उन्होंने कई युवकों को रोका और कारण पूछा।कई युवक वजह नहीं बता सके। हालांकि उन्होंने अजब-गजब तरह के बहाने बताए और अपनी ही बातों में फंस गए।
बहन को लेने दोस्त के साथ
डिग्री गर्ल्स कालेज के सामने पकड़े गए युवक बुरी तरह घबरा गए थे। घबराहट में एक युवक ने कह दिया कि मैं तो अपनी बहन को लेने आया हूं। महिला पुलिस कर्मियों ने जब नाम पूछा तो वे हड़बड़ा गए और नाम तक नहीं बता सके। उनकी गाड़ी की चाबी निकालकर जब्त कर ली गई।
महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें वहीं खड़े रहने को कहा। वे दूसरे युवकों से पूछताछ करने जुट गईं, इसका फायदा उठाकर युवकों ने दूसरी चाबी निकाली और वहां से फरार हो गए।
पहुंच की धौंस भी दिखाई
पकड़े जाने के बाद युवकों ने राजनीतिक पहुंच की धौंस दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने महिला पुलिस कर्मियों से यहां तक कह दिया कि वे उन्हें जानती नहीं है।उनका ऐसा करना भारी पड़ सकता है।परंतु महिला सेल वालों ने जब परिजनों को बुलाने का प्रयास किया तो वे सीधे रास्ते पर आ गए।
यहां भी हुई जांच
महिला पुलिस कर्मियों ने पेंशन बाड़ा स्कूल, डागा कालेज, दिशा कालेज, शैलेंद्र नगर स्थित गल्र्स स्कूल के सामने भी दबिश दी। मोतीबाग स्थित सालेम गल्र्स स्कूल के सामने सबसे ज्यादा युवक नजर आए। यहां एक घंटे तक पूछताछ चली।कार्रवाई के दौरान स्कूल-कालेज के बाहर इंतजार कर रहे कई रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई।
इसलिए फंसे युवक
महिला सेल की टीम सादे लिबास में थी। पूरी टीम की सदस्या अलग-अलग जगह फैली थीं। इस वजह से कॉलेजों के बाहर खड़े मनचले युवक पुलिस कर्मियों को पहचान नहीं सके और फंस गए। कालीबाड़ी स्कूल के आसपास के इलाके में मनचलों की हरकतों की शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी। कार्रवाई की शुरुआत भी यहीं से की गई।
हालांकि पुलिस के जाल में फंसने के बाद युवकों ने कई तरह के बहाने बनाने की कोशिश की। महिला पुलिस के दस्ते के आगे उनकी कोई बहानेबाजी नहीं टिक सकी।शर्मिदगी से बचने के लिए उन्हें पुलिस कर्मियों के सामने तौबा करनी पड़ी। महिला पुलिस कर्मियों ने दो-तीन दिन पहले ही इस तरह के अभियान चलाने का संकेत दे दिया था।
इसके बावजूद मनचले किस्म के युवकों पर कोई असर नहीं हुआ और वे स्कूल लगने और छूटने के समय आस-पास मंडराने लगे। महिला पुलिस कर्मियों ने सादे लिबास में घेरेबंदी की।सबसे पहले अमला डिग्री गर्ल्स कालेज पहुंचा। उसके बाद दानी गल्र्स स्कूल के पिछले वाले रास्ते अमला तैनात हुआ।
पुलिस कर्मियों का नेतृत्व महिला सेल की प्रभारी एसआई प्रतिमा सिंह कर रही थीं। स्कूल आने-जाने वाले रास्ते पर उन्होंने कई युवकों को रोका और कारण पूछा।कई युवक वजह नहीं बता सके। हालांकि उन्होंने अजब-गजब तरह के बहाने बताए और अपनी ही बातों में फंस गए।
बहन को लेने दोस्त के साथ
डिग्री गर्ल्स कालेज के सामने पकड़े गए युवक बुरी तरह घबरा गए थे। घबराहट में एक युवक ने कह दिया कि मैं तो अपनी बहन को लेने आया हूं। महिला पुलिस कर्मियों ने जब नाम पूछा तो वे हड़बड़ा गए और नाम तक नहीं बता सके। उनकी गाड़ी की चाबी निकालकर जब्त कर ली गई।
महिला पुलिस कर्मियों ने उन्हें वहीं खड़े रहने को कहा। वे दूसरे युवकों से पूछताछ करने जुट गईं, इसका फायदा उठाकर युवकों ने दूसरी चाबी निकाली और वहां से फरार हो गए।
पहुंच की धौंस भी दिखाई
पकड़े जाने के बाद युवकों ने राजनीतिक पहुंच की धौंस दिखाने का प्रयास किया। उन्होंने महिला पुलिस कर्मियों से यहां तक कह दिया कि वे उन्हें जानती नहीं है।उनका ऐसा करना भारी पड़ सकता है।परंतु महिला सेल वालों ने जब परिजनों को बुलाने का प्रयास किया तो वे सीधे रास्ते पर आ गए।
यहां भी हुई जांच
महिला पुलिस कर्मियों ने पेंशन बाड़ा स्कूल, डागा कालेज, दिशा कालेज, शैलेंद्र नगर स्थित गल्र्स स्कूल के सामने भी दबिश दी। मोतीबाग स्थित सालेम गल्र्स स्कूल के सामने सबसे ज्यादा युवक नजर आए। यहां एक घंटे तक पूछताछ चली।कार्रवाई के दौरान स्कूल-कालेज के बाहर इंतजार कर रहे कई रिश्तेदारों से भी पूछताछ की गई।
इसलिए फंसे युवक
महिला सेल की टीम सादे लिबास में थी। पूरी टीम की सदस्या अलग-अलग जगह फैली थीं। इस वजह से कॉलेजों के बाहर खड़े मनचले युवक पुलिस कर्मियों को पहचान नहीं सके और फंस गए। कालीबाड़ी स्कूल के आसपास के इलाके में मनचलों की हरकतों की शिकायत लगातार पुलिस को मिल रही थी। कार्रवाई की शुरुआत भी यहीं से की गई।
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