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09 जून 2011


प्रधानमंत्री की संपत्ति: मनमोहन सिंह के पास 3 करोड़ की एफडी, 2 करोड़ का मकान

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास २.७ करोड़ रुपए के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फिक्स डिपोजिट हैं।  इसके अलावा उनके पास करीब ९० लाख का चंडीगढ़ में मकान और दिल्ली के बसंतकुंज में ८८ लाख का फ्लैट है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल ही में सभी कैबिनेट सहयोगियों को अपनी संपत्ति का विवरण अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। वर्तमान में प्रधानमंत्री की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारियों के अनुसार, केवल दो मंत्रियों ने अपने बिजनेस के बारे में सार्वजनिक रूप से खुलासा किया है। यह विवरण २००९-१० का है।
 
कमलनाथ के ब्योरे के अनुसार उनकी, या उनके परिवार की २३ कंपनियों में हिस्सेदारी है। इसी तरह मुरली देवड़ा ने कहा कि उनकी पत्नी की दो कंपनियों में बड़ी भागीदारी है।

अन्य मंत्रियों की जानकारी इस प्रकार है।

पी चिदंबरम – करीब १.०४ करोड़ की संपत्ति है, जिसमें तीन कंपनियों के शेयर भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब ३५ लाख की दूसरी संपत्ति, दो कार आदि के साथ वे एक साइकिल भी रखते हैं।

एके एंटोनी- एक लाख से भी कम की सेविंग है। एक मकान और एक प्लॉट, १५-१५ लाख कीमत के पत्नी के नाम हैं। सैकेंड हैंड वैगन आर कार है, और इसके लिए भी उन्होंने १.३६ लाख का लोन लिया है।

प्रणव मुखर्जी – कुल १.१ करोड़ की संपत्ति, जिसमें दो फ्लैट और एक जमीन का टुकड़ा शामिल है।
एसएम कृष्णा – २.३४ करोड़ की अचल संपत्ति और ४.८१ लाख की चल संपत्ति है। करीब ३ लाख का निवेश है औऱ १२ लाख की सेविंग है। पत्नी की कुल संपत्ति २१ लाख की है।
कमलनाथ – करीब २३ कंपनियों में निवेश है। इनमें स्पॉन मोटल्स प्राइवेट लिमिटेड, स्पॉन एयर प्राइवेट लिमिटेड. स्पॉन एग्रो प्रोपर्टीज, स्पॉन प्लांटेशन, स्पॉन बीच रिसोर्ट्स और ईएमसी अलॉय शामिल हैं। दिल्ली के पास सुल्तानपुर में २.६७ करोड़ की जमीन है और करीब १.४१ करोड़ का बैंक बैलेंस है। पत्नी के पाल २.३ करोड़ की संपत्ति है. दो बेटों और एक बहु के २० से ज्यादा कंपनियों में शेयर हैं। 

शरद पवार – पवार के पास केवल ७ करोड़ की चल संपत्ति है, जिसमें पत्नी की संपत्ति भी शामिल है। अतल संपत्ति ३.६ करोड़ रुपए की है और करीब ४६.५ लाख रुपए बैंक में जमा हैं। पत्नी के नाम १.०५ करोड़ रुपए जमा हैं।

मुरली देवड़ा – ६२ लाख का मकान है। एक प्लाट की कीमत ९३ लाख है। इसके अलावा देवड़ा ब्रदर्स में हिस्सेदारी है। चल संपत्ति ४.६४ करोड़ रुपए की है. पत्नी की ला मेंशन कंपनी है और ९.०१ करोड़ की संपत्ति है। इसके अलावा पत्नी की एक्यूमैन प्रापर्टीज और स्टेवैल प्रापर्टीज में भी हिस्सेदारी है। 


दयानिधि मारन – करीब ४६ लाख की सेविंग और १ करोड़ का डिपोजिट है। आरआईएल, रिलायंस कम्युनिकेशन, आरएलआरएल आदि कंपनियों में शेयर हैं। पत्नी के पास ५२.१५ लाख रुपए के जेवर हैं। उनके भी पांच कंपनियों में शेयर हैं। 

सलमान खुर्शीद – करीब २.३५ करोड़ रुपयों के पांच प्लाट, खुद और परिवार के सदस्यों के नाम हैं। ५० लाख कीमत का दिल्ली में एक फ्लैट है। पत्नी के पास गोवा में ८.२५ लाख रुपए कीमत के दो फ्लैट। परिवार के नाम नगदी करीब २.२५ लाख रुपए है।

कपिल सिब्बल – सिब्बल के पास १६.२५ करोड़ रुपए की अचल संपत्ति और ६५ लाख रुपए बैंक में जमा हैं। शेयरों में ४० लाख निवेश हैं। पत्नी के पास करीब २० लाख के जेवर हैं। दूसरी संपत्ति मिलाकर, ४.७५ करोड़ रुपयों की संपत्ति है। परिवार में पांच कारें हैं।

आपका मत

क्या माना जाए मंत्रियों द्वारा दिया गया संपत्ति का ब्योरा विश्वसनीय है? क्या केवल दो ही मंत्री विभिन्न बिजनेस कर रहे हैं? इन सभी मुद्दों पर आप भी दे सकते हैं अपनी राय। लेकिन किसी भी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए पाठक स्वयं जिम्मेदार होंगे।    

अध्यापिका ने शराब पिला स्टूडेंट के साथ किया सेक्स

फ्लोरिडा। एक अध्यापिका ने ऎसी शर्मनाक हरकत की है जिसने गुरू-शिष्य के रिश्ते को कलंकित कर दिया। टेक्सस में एक अध्यापिका ने अपने 18 वर्षिय के छात्र को पहले शराब पिलाई उसके बाद उसके साथ सेक्स किया। क्रिस्टीना मैककेन नाम की 39 वर्षिय अध्यापिका ने अपने एक स्टूडेंट को पहले शराब पिलाई।उसके बाद वह उसे अपने कमरे में ले गई और उसके साथ सेक्स किया। अध्यापिका लेक ट्रेविस हाई स्कूल में पढाती है। स्कूल प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।

hindi joaks

एक आदमी रात को एक गली के सामने ख़डा था।
""कौन हो ? "" वहां से गुजरते हुए चौकीदार ने क़डकककर पूछा।
""शेर सिंह।"" ""
बाप का नाम ? "" ""
शमशेर सिंह।"" ""
कहां रहते हो ?
"" ""शेरों वाली गली में।""
""यहां क्यों ख़डे हो ? ""
""कैसे जाऊं कुत्ता भौंक रहा है।""
एक बच्चाा तालाब में डूब रहा था। सभी देख रहे थे। किसी में हिम्मत न थी कि बच्चो को बचा लाए। तभी एक साहब ने छलांग लगा दी और बच्चो को बचा लिया। दर्शकों में से एक बोला - ब़डी हिम्मत की आपने ।
वह व्यक्ति बोला - हिम्मत की ऎसी-तैसी, पहले यह बताओ, मुझे धक्का किसने दिया था ?
बस में सफर कर रही एक ल़डकी ने एक हाथ में किताबें पक़ड रखी थीं तथा दूसरे हाथ में बस का डंडा था।
कण्डक्टर- टिकट ले लो।
लडकी-देखते नहीं, मेरे हाथ खाली नहीं है।
कण्डक्टर- एक चीज मुझे दे दो।
ल़डकी - तो पक़ड लो बस का डंडा।
नाना ने कुछ ब़डे हो गए नाती को गुर की बात समझाते हुए कहा- ""बेटा अब कोई काम धन्धा जमा लो, बेकार फिरना अच्छी बात नहीं। जब मैं तुम्हारी उम्र का था तो मैंने दुकान में 50 रूपये की नौकरी की थी। फिर छ: साल बाद उतनी ही ब़डी दुकान बना ली थी।""
नाती से रहा न गया । बोल प़डा- ""नाना जी, अब वे जमाने लद गए। अब वैसी तिक़डम नहीं चलती। हर जगह कायदे के अनुसार हिसाब-किताब रखा जाता है।""
एक घबराया हुआ-सा नाटा आदमी छोटे शहर के एक सब्जी फरोश के पास गया और बोला- ""मुझे आप अपनी सारी स़डी-गली सब्जियां तथा बासी अण्डे दे दीजिए।""
दुकानदार की आंखों में चमक आ गई। बोला-""शायद आज आप थियेटर में नए जोकर का तमाशा देखने जा रहे हैं ? ""
खरीददार बोला-""इतना ऊंचे मत बोलो! दरअसल नया जोकर मैं ही हूं।""
दत्ता जी को बहुत से लोग भत्ता जी भी कहा करते थे। शायद इसलिये कि दौरे पर बहुत रहते थे और दौरे पर रहने में उन्हें भत्ता काफी मिल जाता था। मई के पहले हफ्ते की बात है कि उन्हें दो दिन बाद ही टूर पर जाना था। उनका बेटा पप्पी उनके कमरे में आया तो न जाने क्या सोचकर वे उसे पीटने लगे। बच्चो को पिटता देखकर प़डौस के एक मित्र उनके पास आए और बच्चो को पीटने का कारण पूछा तो दत्ता जी ने बताया-"" दरअसल मैं दो दिन बाद टूर पर जा रहा हूं और टूर की अवधि में ही इस नालायक का रिजल्ट निकल आएगा।""
पहला-""बन्धु... उस दिन अपना सामना जीते-जागते शेर से हो गया और मेरे पास कोई हथियार भी न था।
"" दूसरा-""ओह! फिर तुमने क्या किया ? ""
पहला-"" मैं कर ही क्या सकता था ? पहले तो मैंने उसकी आंख की पुतलियों को देखा मगर वह मुझे देखकर गुर्राता रहा, फिर मैंने गर्दन मरो़ड डालने की घमकी दी, मगर फिर मुझे पता लगा कि अगर मैंने उसकी गर्दन पक़ड भी ली तो मेरा खतरा टलेगा नहीं, और बढ़ जायेगा। लेकिन वह मुझे घूरता रहा...घूरता रहा...।"" ""फिर तुमने उससे छुटकारा किस प्रकार पाया ? "" ""मैंने उसकी तरफ से मुंह फेर लिया और दूसरे पिंजरों की तरफ बढ़ गया।""
पति द्वारा पत्नी को चांटा मारने पर पत्नी अपने पिता के पास शिकायत लेकर पहुंची।
पिता ने पूछा-""तुम्हारे पति ने चांटा कहां मारा ? "" ""
दायीं ओर।"" बेटी ने कहा। पिता ने उसके बायें गाल पर त़ड से तमाचा ज़डते हुए कहा-""जाओ, अपने पति से कहना कि उसने मेरी बेटी को मारा मैंने उसकी पत्नी को मारकर बदला ले लिया
।""
एक बच्चा रात को देर से घर गया। मां ने पूछा-""कहां थे अब तकक्"" ""जी मैं फिल्म देखने गया था, मां का प्यार।""
मां ने कहा-""जाओ ऊपर बाप का गुस्सा भी देखो।""
नई दुल्हन के हाथ का खाना पति ने पहली बार खाया। मिर्चे अधिक तेज थीं फिर भी वह बात बिग़ाडना नहीं चाहता था।
पति- ""खाना बहुत अच्छा बनाया है।""
पत्नी-"" लेकिन आप रो क्यों रहे हैं ? ""
पति-""खुशी के कारण।""
पत्नी-""और दूं ? ""
पति-""नहीं, मैं ज्यादा खुशी बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगा।""
मकान मालिक-""तुम अगले महीने, दो महीने का किराया इकटाठा कैसे चुकाओगे ? ""
किराएदार-"" तब तक मैं घर के दरवाजे और खि़डकियों के ग्राहक ढूंढ लूंगा।""
गृहणी ने कहा- ""रामू,आज तुमने बहुत कीमती फूलदान तो़ड दिया। आज के बाद ऎसी गलती की तो मार मार कर सिर गंजा कर दूंगी। समझे ?
"" ""जी समझ गया।""
""क्या समझे ? "" ""
यही कि मालिक भी किसी ऎसी ही गलती का अंजाम भुगत रहे हैं।""

छत्तीसगढ़: माओवादी हमले में पांच जवान शहीद


रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे संवेदनशील जिले नारायणपुर में माओवादी छापामारों ने गुरूवार सुबह राज्य सशस्त्र पुलिस के एक कैंप पर हमला कर पांच जवानों को मार डाला। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजे) रामनिवास के मुताबिक ये जवान झाराघाटी में हाल ही में स्थापित किए गए कैंप में तैनात थे। हमले के समय ये जवान कैंप के पास ही मौजूद थे।
पुलिस का कहना है कि माओवादी छापामारों ने गुरूवार सुबह करीब सात बजे अचाकन हमला कर दिया और जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी। इसमें जार जवानों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक घायल जवान की अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। हमलावर माओवादियों की संख्या कितनी थी अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि घटना में 150 से ज्यादा छापामार शामिल हो सकते हैं। हत्या के बाद माओवादी जवानों के हथियार भी लूट ले गए। माओवादियों की दृष्टि से झाराघाटी नारायणपुर जिले का सबसे संवेदनशील इलाका माना जाता है। राज्य सशस्त्र पुलिस बल का यह कैंप उस स़डक पर स्थित है जो नारायणपुर जिला मुख्यालय को अभझमाड से जो़डती है। पिछले साल इसी स़डक के किनारे माओवादियों ने घात लगाकर यहां से कुछ ही दूर पर धो़डाई में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 26 जवानों को मार दिया था। इस घटना के बाद झाराघाटी में अलग कैंप खोला गया था ताकि माओवादियों के हमले के मद्देनजर जवाबी कार्रवाई करने में आसानी रहे। अब इस इलाके में लगभग 750 वर्ग किलोमीटरका इलाका सेना के प्रशिक्षण केंद्र के लिए सरकार ने अधिग्रहीत करना शुरू कर दिया है। माओवादी सेना के इस प्रशिक्षण केंद्र का विरोध कर रहे हैं।

हुसैन ने फिल्मों के होर्डिग बनाए थे शुरूआत में

मुंबई। मशहूर चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन का निधन हो गया है। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार हुसैन पिछले कुछ समय से बीमार थे। 17 सितम्बर 1915 को पन्ढरपुर में जन्मे मकबूल फिदा हुसैन की स्कूल की पढ़ाई इन्दौर में हुई और 1935 में मुंबई जाकर उन्होंने सर जेजे स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला ले लिया। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत सिनेमा के होर्डिग पेन्ट करने से की और 1940 के दशक के अंत तक उनकी गिनती नामी चित्रकारों में होने लगी। एमएफ हुसैन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "1934 से पेंटिंग को अपना पेश बनाया, 1934 से सीरियसली, क्या वजह है मैं खुद नहीं जान सकता। मैंने उस वक्त अपने कप़डे सिलवाये थे। जिस तरह से सारे शिकारी की ड्रेस में बुलेट्स और ये-वो सारी चीजें रखने के अलग-अलग पॉकेट बनते थे तो मैं भी उस वक्त जेब में पैंसिल और वाटर कलर, वाटर कलर के साथ पानी चाहिए तो एक छोटी सी पॉकेट मे मैं पानी रखता था।"

1952 में ज्यूरिख में अपने चित्रों की पहली एकल प्रदर्शनी से वे यूरोप और अमरीका में भी लोकप्रिय हो गये। नीलामी में उनके चित्र लाखों डॉलर में बिकने लगे। 1966 में भारत सरकार ने हुसैन को पkश्री से अलंकृत किया।
1967 में मकबूल फिदा हुसैन ने अपनी पहली फिल्म बनाई - थ्रू द आइज ऑफ ए पेन्टर। बर्लिन फिल्मोत्सव में इस फिल्म को गोल्डन बीयर सम्मान मिला। उन्होंने गजगामिनी और मीनाक्षी-ए टेल ऑफ थ्री सिटीज नाम से दो हिन्दी फिल्में भी बनाई।
कई दफा हुसैन साहब को कई चीजों पर नाराजगी हुई। और उन्होंने जाहिर की। उस नाराजगी को दूर करने के प्रयास सरकार की तरफ से भी हुए और बहुत से एनजीओ ग्रुप की तरफ से भी किये गये। जहां तक उनकी नागरिकता की बात है तो उन्होंने बदलाव किया। एक इन्टरव्यू में उन्होंने कारण दिये थे अपनी सिटीजनशिप को बदलने के लेकिन उन्होंने मुल्क के तौर पर भारत से मोहब्बत करना बंद नहीं किया।