एमबीबीएस व एमडी ·ी डिग्री प्राप्त डा विनाय· सेन ·ो जिस तरह देश भर में समर्थन मिला और बुद्धिजीवी उन·े पीछे खड़े दिखे, उससे स्पष्ट आम धारणा बनी ·ि देशद्रोह ·े आरोप में जिस व्यक्ति ·ो ·ैद में डाल दिया गया, वह जनआंदोलन ·ा प्रती· ए·ाए· नहीं बना। वहीं दूसरी ओर शिक्ष· ·े पेशे से राजनीति में आए ताराचंद साहू यदि 18 बरस त· सांसद व दस साल त· विधाय· रहने ·े बावजूद स्वाभिमान मंच ·ो स्थानीयता ·ी आवाज नहीं बना पाए, तो इस·े पीछे छुपी इबारत ·ो भी व्याप· परिप्रेक्ष्य में समझने ·ी दर·ार है। बदल रही दुनिया ·े साथ छत्तीसगढ़ व छत्तीसगढिय़ा ·ी भावना भी विस्तार पा चु·ी हैँं। अब वह समय नहीं रहा ·ि ·ोई नेता जनभावनाओं ·ा इस्तेमाल स्वहित साधने में ·रता रहे और उस·े पीछे चलने वाली भीड़ ·ो ·ुछ समझ न आए। आज स्पष्ट व बड़े उद्धेश्य बताए बिना व्याप· जनसमुह ·ो अपने पीछे देर त· नहीं चलाया जा स·ता। अलबत्ता, स्वाभिमान मंच ·ा हश्र ·ा आशय यह भी नहीं ·ि यहंा ·िसी क्षेत्रीय पार्टी ·े लिए ·ोई जगह नहीं बची है। छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय दलों ·ो अब त· सफलता इसीलिए नहीं मिली, क्यों·ि अब त· ·े सारे बड़े प्रयास सिर्फ अपने राजनीति· हितों ·ो साधने ·े बतौर ·िया गया। मुद्दों पर आधारित दूरगामी लड़ाई ·ी योजना ले·र ·ोई सच्चा योद्धा जब दृढ़ता से खड़ा होगा, तब जनता खुद-ब-खुद तीसरे मोर्चे ·ी जरूरत महसूस ·रेगी। वैसे अभी छत्तीसगढ़ में ऐसे हालात नहीं है और आगामी पांच-दस सालों त· संभावना भी नहीं दिखती। दूसरी ओर, डा विनाय· सेन जैसे लोग क्षुद्र राजनीति· महत्व·ांक्षा बिसार ·र जनहित में ·ष्ट उठाते है, सर·ार ·ी आंखों में ·िर·िरी बन जाते है और जेल में डाल दिये जाते हैं, तब जनता ·ो उनमें जनआंदोलन ·े नाय· ·ी छबि नजर आती है। देश व समाज ·ो आज ·ोरी लफ्फाजी ·रने वाले नेताओं से एलर्जी हो गई है। ·रप्शन ·े खिलाफ ·ई राजनीति· पार्टियां लंबे समय से आंदोलन खड़े ·रने ·ा प्रयास ·रती रही, मगर जनसमर्थन ·िसी ·ो नहीं मिला। मगर समाजि· ·ार्य·र्ता ·े तौर पर जब अन्ना हजारे ने शंख फंू·ी, तो उस·ी गूंज पूरे देश में शिद्दत से सुनाई पड़ी। यहंा त· स्वयं अन्ना ·ो ·हना पड़ा ·ि उन्होंने आंदोलन इतना बड़ा होने ·ी उम्मीद नहीं ·ी थी।
उसी तरह छत्तीसगढ़ में भी सत्ता व वर्चस्व ·ी लड़ाई से आमजन ऊब चु·े हैँ। बदलाव तो चाहिए, पर सब समझ गए हैं ·ि राजनीति· ·ी राह से वह नहीं आएगी। राजनीति· उठापट· से त्रस्त हो चली जनता ·ो अपने व्याप· सोशल पावर से बड़ी उम्मीद है।
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