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10 मई 2011

दुश्मन का दिल दहलाने की तैयारी

‘विजयी भव’ का शंखनाद




नई दिल्ली/जोधपुर पाकिस्तान से सटी सीमा के नजदीक तपते थार रेगिस्तान में भारतीय सेना व वायुसेना ने सोमवार को संयुक्त युद्धाभ्यास ‘विजयी भव’ का शंखनाद किया। इसके साथ ही सेना ने जमीन और वायुसेना ने आसमान से दुश्मन पर जीत के लिए अपने दम-खम का आकलन किया। 14 मई तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास के दौरान नए बैटल टैंक व आधुनिक हथियारों का ट्रायल करने के साथ ही दुश्मन से काल्पनिक जंग लड़ी जाएगी।
सूरतगढ़ के रेगिस्तानी इलाके में ‘विजयी भव’ की शुरुआत बैटल टैंक से दुश्मन की सेना को नेस्तनाबूद करने और हेलिकॉप्टर से दुश्मन की जमीन पर कमांडो उतार कर उनके ठिकाने नष्ट करने के जीवंत प्रदर्शन के साथ हुई। युद्धाभ्यास के आखिरी पड़ाव में युद्ध रणनीति कौशल व रात्रिकालीन विजन की मारक क्षमता का प्रदर्शन होगा। साथ ही इस काल्पनिक जंग में भारतीय सेना के जवानों के दम-खम और आधुनिक हथियारों की मारक क्षमता को भी परखा जाएगा।
गर्मी में होगा ताकत का आकलन
ऑपरेशन पराक्रम से सबक लेने के बाद सेना हर साल वारगेम के जरिए अपनी ताकत का आकलन करती है। वारगेम के दौरान तपते रेगिस्तान में आधुनिक बैटल टैंक व आर्टिलरी गन की मारक क्षमता को परखने के साथ ही सेना की ताकत का आकलन किया जाएगा। अभ्यास के दौरान इस बात पर भी फोकस रहेगा कि किस प्रकार कम से कम नुकसान झेलते हुए दुश्मन की सेना को अधिक से अधिक क्षति पहुंचाई जाए। काल्पनिक जंग में सेना की स्ट्राइक कोर भी अपनी ताकत व दक्षता दिखाएगी। भारतीय सेना हर साल शीतकालीन युद्धाभ्यास करती रही है, लेकिन पिछले साल से गर्मी में सैनिकों को जंग लड़ने का अभ्यास शुरू किया गया। इस अभ्यास में कम समय में मोर्चे पर तमाम साजो-सामान व गोला बारूद सहित पहुंचाने और कम नुकसान में दुश्मन को अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाने का टारगेट तय किया गया है।
पाकिस्तान से सटी सीमा के नजदीक सूरतगढ़ के तपते थार में भारतीय सेना व वायुसेना ने सोमवार को संयुक्त वारगेम ‘विजयी भव’ का शंखनाद किया। इसके साथ ही सेना ने जमीन पर और वायुसेना के जांबाज पायलटों ने आसमान से दुश्मन पर जीत के लिए अपना दम-खम दिखाना शुरू कर दिया है। १४ मई तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास के दौरान नए बैटल टैंक व आधुनिक हथियारों का ट्रायल करने के साथ ही दुश्मन से काल्पनिक जंग लड़ी जाएगी।
युद्धाभ्यास पर एक नजर

रेगिस्तान के 45 डिग्री तापमान में सेना व वायुसेना कर रही अभ्यास
15 हजार से अधिक सैनिक व अधिकारी ले रहे हैं भाग
कम समय में ज्यादा से ज्यादा गोला बारूद सहित जरूरत का सामान लेकर मोर्चे तक पहुंचने की ट्रेनिंग
भारतीय सेना व वायुसेना का रेगिस्तान में संयुक्त अभ्यास विजयी भव 14 मई तक चलेगा। इसमें काल्पनिक जंग के दौरान आधुनिक टैंक, हथियारों व उपकरणों का ट्रायल भी होगा""
एस डी गोस्वामी रक्षा प्रवक्ता

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