कला के कैनवास पर जीवन के बेशुमार रंग बिखेरने वाले अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन अपनी जिंदगी की दास्तां कहते-कहते बुधवार रात को इस जहां को अलविदा कह गए। लेकिन उनके धूसर उजले चित्र हमेशा आवाम को अपने पास बुलाते रहेंगे।
वे अपनी सूफियाना, अल्हड़ और औलिया मिजाज के लिए मशहूर रहे। हुसैन की कूची बेफ्रिकी से रंग रेखाओं को सिरजने में मशगूल रही। मप्र खासकर भोपाल की कला बिरादरी में हुसैन के असामयिक निधन से गहरा शोक व्याप्त है। उनसे जुड़ी बहुत सारी यादें उनके चाहने वालों के जेहन में कौंध रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें