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08 नवंबर 2010

UNSC में भारत के दावे को ओबामा का समर्थन, पाक को लताड़ा

UNSC में भारत के दावे को ओबामा का समर्थन, पाक को लताड़ा

Source: dainikbhaskar.com   |   Last Updated 19:27(08/11/10)
 
 
 
 
 
 
 
नई दिल्‍ली. अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने भारत को संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की स्‍थायी सदस्‍यता दिलाने की वकालत की है। ओबामा ने आज शाम संसद के दोनों सदनों के सदस्‍यों को संबोधित करते हुए कहा, 'अमेरिका चाहता है कि भारत को सुरक्षा परिषद में स्‍थायी सीट‍ मिले। भारत संयुक्‍त राष्‍ट्र की शांति सेना का अहम हिस्‍सा रहा है। हम भारत की स्‍थायी सदस्‍यता के दावे का स्‍वागत करते हैं। मैं भविष्‍य में सुरक्षा परिषद में सुधार की उम्‍मीद करता हूं।'

पाकिस्‍तान पर निशाना
मुंबई हमले का जिक्र करते हुए ओबामा ने कहा कि मुंबई हमलों के दोषियों को सजा जरूर मिलनी चाहिए। उन्‍होंने यह भी कहा, ' पाकिस्‍तान के भीतर आतंकियों के ठिकाने हमें मंजूर नहीं हैं। अल कायदा और उसके साथी संगठनों को हराना हमारा मकसद है।' ओबामा ने स्थिर और विकसित पाकिस्‍तान-अफगानिस्‍तान की वकालत की और कहा कि यह हम सबके हित में होगा। उन्‍होंने कहा, 'क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए हम भारत-पाक वार्ता के पक्ष में हैं।'

गांधी से प्रभावित
संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने संबोधन में ओबामा ने दोहराया कि वह भारत के राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी से बेहद प्रभावित हैं। उन्‍होंने कहा, ‘ मैं गांधी जी से बेहद प्रभावित हूं। मार्टिन लूथर किंग भी गांधी जी से बहुत प्रभावित थे। अहिंसा का सिद्धांत जरूरी और व्‍यवहारिक है।’  ओबामा ने अपने शानदार स्वागत के लिये एक अरब भारतीयों को धन्यवाद देते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की संसद में आना उनके लिये सम्मान की बात है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि अपने कार्यकाल में इतनी जल्दी भारत आना उनके लिये बहुत खास है। उन्‍होंने कहा, 'एशिया दौरे में मेरा सबसे पहले यहां रुकना कोई संयोग नहीं है।'

21 सदी में भारत-अमेरिका की दोस्‍ती अहम

21वीं सदी में भारत और अमेरिका की दोस्‍ती को बेहद अहम बताते हुए ओबामा ने कहा, 'हिंदुस्‍तान ने सुपर कम्‍प्‍यूटर बनाए, चांद पर तिरंगा फहराया। शून्‍य की खोज भारत ने ही की थी। भूख का सामना करने के लिए भारत ने हरित क्रांति कर डाली। भारत के बदलने के साथ हमारे रिश्‍ते में भी बदलाव आया है। शीत युद्ध खत्‍म होने के बाद हमारे रिश्‍ते में बदलाव आया। दुनिया की खातिर दोनों देशों को एक दूसरे के करीब आना होगा। अमेरिका अपनी और साथी देशों की सुरक्षा चाहता है।'

'धन्‍यवाद' और 'जय हिंद' का संबोधन
अपने भाषण की शुरुआत 'धन्‍यवाद-' शब्‍द से करते हुए ओबामा ने कहा, ' भारत विकसित राष्ट्र बन चुका है और दुनिया में एक बड़ी ताकत के रुप में उभरा है। उन्‍होंने कहा, ' भारत आर्थिक शक्ति के तौर पर उभरा है। भारत दुनिया की अर्थव्‍यवस्‍था का इंजन बन चुका है। 21वीं सदी में दोनों देशों की दोस्‍ती बेहद जरूरी है।' ओबामा ने अपने भाषण का अंत 'जय हिंद' शब्‍द से किया। कार्यक्रम में उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी ने स्‍वागत भाषण दिया जबकि लोकसभा अध्‍यक्ष मीरा कुमार धन्‍यवाद ज्ञापन किया। 

उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, लोकसभा अध्‍यक्ष मीरा कुमार, संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने संसद भवन में ओबामा की अगवानी की। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने संसद में 'विजिटर बुक' यानी 'गोल्‍डन बुक' पर दस्‍तखत किए। ओबामा संसद को संबोधित करने वाले चौथे अमेरिकी राष्‍ट्रपति हैं।

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