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06 जून 2011

बाबा का धन कितना बड़ा मुद्दा ?

 योग गुरु बाबा रामदेव (जगदीश यादव) कभी हरिद्वार में साइकिलसे चलते थे, लेकिन आज उनके ट्रस्ट के पास अरबों की संपत्ति है। कभी साइकलपर चलते थे बाबा रामदेवबाबा रामदेव हरिद्वार में गुरु शंकर देव के शिष्य थे लेकिन गुरु शंकर देवका अब कुछ पता नहीं है। आज बाबा रामदेव के सबसे विश्वस्त साथी बालकिशनमहाराज हैं। बाबा के पीछे रहने वाले बालकिशन महाराज ने बाबा के आयुर्वेद का साम्राज्य खड़ा किया हैं। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने हाल ही में बाबा रामदेव पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि एक दशकपहले रामदेव साइकिल पर चलते थे और उनके पास इतना पैसा भी नहीं रहता था किवे साइकिल का पंचर बनवा सकें। लेकिन आज वे हेलीकॉप्टर में चलते हैं।इसलिए हम उनकी संपत्ति की जांच की मांग करते हैं।करोड़ों की संपत्ति है बाबा रामदेव के पासबाबा रामदेव के आश्रमों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हरिद्वार से दसकिलोमीटर की दूरी पर मौजूद आश्रम के अलावा हरियाणा में अरावली कीपहाड़ियों के नजदीक और स्कॉटलैंड में रामदेव के आश्रम बन चुके हैं। उनकाट्रस्ट दुनियाभर में दवाइयां और 'स्वास्थ्य को बेहतर बनाने वाले' कईउत्पाद बेचता है। बाबा रामदेव ने कहा था कि वह आयुर्वेद और योग का दुनियाका सबसे बड़ा केंद्र बनाना चाहते हैं जहां इलाज, शोध और अध्यापन किया
जाए। बाबा रामदेव ने स्कॉटलैंड में बीस लाख पाउंड स्टर्लिंग में एक टापू खरीदा है। कुंब्रे द्वीप विदेशों में उनके मुख्य केंद्र के तौर पर कामकरेगा। इस द्वीप का अधिग्रहण भारतीय मूल के स्कॉटिश दंपती सैम और सुनीतापोद्दार ने सितंबर, 2009 में किया था। इस द्वीप का कामकाज रामदेव केपतंजलि योगपीठ (यूके) ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।बाबा ने 21वीं सदी में देश में योग को नई पहचान दिलाई और घर घर मेंलोकप्रिय बनाया।टीवी के विभिन्न चैनलों ने उनकी लोकप्रियता बढ़ाने मेंमहत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सत्ता के गलियारों में पैठ रखने वाले बड़े लोगउनके संपर्क में आए। इसी दौरान बाबा रामदेव ने योग के लिए पतंजलि योगपीठट्रस्ट बनाया तथा भारत स्वाभिमान के नाम से आंदोलन की शुरुआत की। इसके बाद से बाबा की लोकप्रियता और उनके ट्रस्ट की संपत्ति दिन दूनी रातचौगुनी बढ़ती ही जा रही है। 

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